अहमदाबाद, 5 अक्टूबर . अदाणी विश्वविद्यालय ने शनिवार को अपने शांतिग्राम परिसर में पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में संस्थान की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. दुनिया के अग्रणी पर्यावरण एजुकेटरों में से एक और सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एजुकेशन (सीईई) के संस्थापक एवं निदेशक पद्म श्री कार्तिकेय विक्रम साराभाई ने दीक्षांत भाषण दिया. समारोह की अध्यक्षता अदाणी विश्वविद्यालय की अध्यक्ष प्रीति अदाणी ने की.
एमबीए (इंफ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट), एमबीए (एनर्जी मैनेजमेंट) और एमटेक (कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट) प्रोग्राम के 69 स्नातकोत्तर छात्रों ने दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त की. चार छात्रों को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक दिए गए. इसके साथ ही अदाणी विश्वविद्यालय के गौरवशाली राजदूत के रूप में उनकी यात्रा की शुरुआत हुई.
कार्तिकेय साराभाई ने डिग्री हासिल करने वाले छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आप एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं. आपके लिए उन चुनौतियों पर मंथन करना महत्वपूर्ण है, जो आपके सामने आने वाली हैं और उन कौशलों के बारे में विचार करना है, जिनकी मदद से आप उनसे प्रभावी ढंग से निपट सकेंगे.”
साराभाई ने विकास में समावेशिता की आवश्यकता पर जोर दिया, भावी नेतृत्वकर्ताओं से समाज के साथ जुड़ने और विभिन्न हितधारकों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने तकनीक के कारण आ रहे बड़े परिवर्तनों के प्रभाव के बारे में भी बात की और कहा कि प्रौद्योगिकी लोगों को सशक्त बनाने के लिए होनी चाहिए, वंचित करने के लिए नहीं.
अदाणी विश्वविद्यालय की अध्यक्ष प्रीति अदाणी ने साल 2022 में औपचारिक मान्यता पाने वाले विश्वविद्यालय की स्थापना में उनके अथक प्रयासों के लिए वरिष्ठ नेतृत्व, संकाय और प्रशासनिक कर्मचारियों को बधाई दी.
शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति पर प्रकाश डालते हुए डॉ. अदाणी ने कहा, “शिक्षा में एक अतुलनीय चमक है.”
उन्होंने प्रधानमंत्री के “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के अनुरूप लाइफ साइंसेज में अनुसंधान और नवाचार पर फोकस करते हुए एक नए भारत को स्वरूप देने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दोहराया.
उन्होंने कहा, “असफलताएं आपको अधिक प्रगति के मार्ग पर ले जाने में मदद करती हैं.” उन्होंने असफलताओं को विकास के अवसर के रूप में देखने का आग्रह किया.
उन्होंने अदाणी विश्वविद्यालय को वैश्विक मान्यता दिलाने की अपनी आकांक्षा व्यक्त की और डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रों से अपने अल्मा मेटर के राजदूत बनने और सामाजिक बेहतरी के लिए अपने ज्ञान का इस्तेमाल करने का आह्वान किया.
उन्होंने छात्रों से पेशेवर दुनिया की बदलावों और चुनौतियों को अपनाने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि ज्ञान, दृढ़ता, तर्कसंगतता और बुद्धिमत्ता में निहित उत्कृष्टता उन्हें दूसरों से अलग बनाएगी.
अदाणी विश्वविद्यालय के प्रोवोस्ट प्रोफेसर रवि पी. सिंह ने अदाणी विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से हासिल शैक्षणिक उपलब्धियों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की. वर्ष 2023-24 के लिए विश्वविद्यालय की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए प्रोफेसर सिंह ने कहा कि पिछले एक साल में अदाणी विश्वविद्यालय ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं.
प्रोफेसर सिंह ने कहा, “अदाणी समूह के पेशेवरों के साथ हमारी साझेदारी कक्षा में वास्तविक दुनिया की अंतर्दृष्टि का समावेश कर सीखने के अनुभव को समृद्ध करती है. छात्रों ने प्रमुख साइटों और फाइनल ईयर के प्रोजेक्ट्स के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया है.”
दीक्षांत समारोह में शासी निकाय, प्रबंधन बोर्ड, अकादमिक परिषद, अध्ययन बोर्ड के सदस्य और कॉर्पोरेट्स के कई प्रतिष्ठित अतिथि और शिक्षा तथा अनुसंधान के क्षेत्र से जुड़े साझेदारों के साथ-साथ डिग्री हासिल करने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों ने भाग लिया.
अदाणी विश्वविद्यालय की परिकल्पना इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और डिजिटल हेल्थ केयर के क्षेत्रों में ट्रांसडिसिप्लिनरी रिसर्च और ज्ञान सृजन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए की गई है. विश्वविद्यालय पारंपरिक शिक्षा के साथ कौशल विकास, व्यावसायिक विकास, शिक्षक प्रशिक्षण, उद्यमिता विकास, नवाचार, उत्पाद विकास, आईपीआर निर्माण, गुणवत्ता और प्रमाणन, परामर्श और दुनिया भर में उद्योग तथा संस्थानों के साथ साझेदारी के माध्यम से सहभागिता में अनुसंधान पर भी फोकस करता है.
वर्तमान में विश्वविद्यालय 1,500 से अधिक छात्रों के लिए इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और व्यवसाय प्रबंधन (स्नातक तथा स्नातकोत्तर) कार्यक्रमों का संचालन कर रहा है. विश्वविद्यालय एकीकृत बीटेक. एवं एमबीए कार्यक्रम के साथ-साथ अंतःविषय डॉक्टरेट कार्यक्रम (पीएचडी) प्रदान करता है. यह गुजरात का पहला आईएसओ 21001:2018 प्रमाणन प्राप्त विश्वविद्यालय है.
–
एकेजे/एबीएम