खेड़ा, 28 मार्च . पूर्वोत्तर राज्यों से आए लगभग 685 कलाकारों का नडियाद रेलवे स्टेशन पर ढोल-नगाड़ों, कंकू-तिलक और फूलों के साथ भव्य स्वागत किया गया. ये कलाकार पोरबंदर में आयोजित होने वाले ‘माधवपुर घेड मेला-2025’ में भाग लेने के लिए गुजरात पहुंचे हैं. पूर्वोत्तर के 28 टीमों के ये कलाकार 1 से 10 अप्रैल तक विभिन्न पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुति देंगे.
इन कलाकारों के सुगम परिवहन के लिए कामाख्या से अहमदाबाद तक एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की गई थी, जिसके जरिए वे नडियाद रेलवे स्टेशन पहुंचे. स्टेशन पर स्वागत के बाद, उन्हें कड़ी पुलिस सुरक्षा और विशेष पायलटिंग टीम के साथ 20 एसी कोच बसों में नल सरोवर रिसॉर्ट ले जाया गया.
अरुणाचल प्रदेश, असम, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा की 28 टीमों के कुल 685 कलाकार पूर्वोत्तर के विभिन्न कला नृत्यों से जुड़े हैं. नृत्यों में रिखमपदा, तेंग को न्योन, टापू, बिहू नाच, दोश्री देलाई, हमजार, भोरताल, पंग ढोंग ढोलोक चोलोम, लाई हरोबा, चेरो, सरलामकी, चोंगलेझ्वोन, वांगला, का साद मस्ती, कोच, सेमा युद्ध नृत्य, एन जांता (लोथा), ओ युद्ध नृत्य (टेनेम), संगतम (माकु हिनायाची), सिंगाई/योक छम, मनहरंग सेलो, चुटकेई, होजागिरी, ममिता और संगरेन जैसे पारंपरिक प्रदर्शन शामिल हैं.
सिंघी छम कला से जुड़ी कलाकार सुषमा योनजोन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “हम गुजरात सरकार द्वारा आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए बहुत उत्साहित हैं. हम ट्रेन से यात्रा करके आज नडियाद रेलवे स्टेशन पहुंचे. यात्रा के दौरान हमें किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. हम खेड़ा जिला प्रशासन और गुजरात सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं के लिए आभारी हैं.”
नडियाद रेलवे स्टेशन पर सुबह-सुबह प्रांत अधिकारी निर्भय गोंडलिया, जिला युवा विकास अधिकारी अक्षय मकवाणा, रेलवे पीएसआई डी.एन. पटेल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने स्वागत और व्यवस्था को सुचारु रूप से संपन्न कराया.
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