नई दिल्ली, 31 मार्च . महाकुंभ मेला भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ा हुआ है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने “महाकुंभ मेला 2025” के विषय पर अखिल भारतीय ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया था. इसमें करीब 68,000 छात्रों ने हिस्सा लिया.
अब इस प्रतियोगिता के नतीजे घोषित किए गए हैं. यह प्रतियोगिता देश भर के केंद्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए आयोजित की गई थी. प्रतियोगिता तीन मुख्य विषयों पर आधारित थी, भव्य महाकुंभ, दिव्य महाकुंभ और एक भारत श्रेष्ठ भारत.
इसमें मौलिकता और रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया गया. इसका उद्देश्य छात्रों को इस पवित्र आयोजन, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और मूल्यों को समझाना था. साथ ही यह प्रयास किया गया कि छात्र विविधता में एकता की भावना को आत्मसात करें. महाकुंभ का महत्वपूर्ण आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक हुआ था.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की प्रतियोगिता में छात्रों की भारी भागीदारी रही. इसमें 39,840 छात्र 1,040 केंद्रीय विद्यालयों, 26,398 छात्र 404 नवोदय विद्यालयों और 2,887 छात्र 1,000 सीबीएसई स्कूलों से थे.
इन प्रविष्टियों को केवीएस, एनवीएस और सीबीएसई के नोडल अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर स्क्रीन किया गया. सर्वोत्तम प्रविष्टियों का चयन दो चरणों में किया गया. पहले चरण में, प्राथमिक स्तर पर नोडल अधिकारियों द्वारा स्क्रीनिंग समितियों के माध्यम से चयन किया गया और दूसरे चरण में, एनसीईआरटी द्वारा स्क्रीनिंग समिति से अंतिम चयन किया गया.
ड्राइंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार अजमेर, राजस्थान के विवेक शर्मा को मिला. महेश्वरी पब्लिक स्कूल, वैशाली नगर के छात्र विवेक को 15,000 रुपये का पुरस्कार दिया गया. द्वितीय पुरस्कार, लक्षराज जोरवाज को मिला, वह पीएम श्री, एनवीएस, खेरली, जिला दौसा, राजस्थान से हैं. उन्हें पुरस्कार के साथ 10,000 रुपये दिए गए. 7,000 रुपये का तृतीय पुरस्कार अवनीश नंद को मिला. वह पीएम श्री, एनवीएस, गांव बहुआर, जिला सोनभद्र, उत्तर प्रदेश से हैं.
पेंटिंग प्रतियोगिता में 15,000 रुपये का प्रथम पुरस्कार लावण्या ठाकुर, पीएम श्री, केवी नं.1, बिननागुरी कैंट, पश्चिम बंगाल की छात्रा को मिला. 10,000 रुपये का द्वितीय पुरस्कार मायरा गोद्वाज को मिला. वह भारत राम ग्लोबल स्कूल, इंदिरापुरम, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश से हैं. तृतीय पुरस्कार अनुष्का दास ने जीता है. वह केवी बोलपुर, ब्रिटिसादान, प्रांतिक, पश्चिम बंगाल से हैं.
इसके अलावा मंत्रालय ने दस सांत्वना पुरस्कार भी दिए हैं.
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जीसीबी/एबीएम