भुवनेश्वर, 5 सितंबर . ओडिशा के Chief Minister मोहन चरण माझी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर भारत की शिक्षण परंपरा को याद करते हुए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद किया. उन्होंने प्राथमिक शिक्षा में सुधार, स्कूल छोड़ने की दर कम करने और शिक्षण मानकों को बेहतर बनाने के लिए State government की प्रतिबद्धता दोहराई.
सीएम माझी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत, बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए ‘निपुण वर्षा’ और ‘पढिबा बढिबा’ जैसी पहल शुरू की गई हैं.
उन्होंने घोषणा की कि ओडिशा चरणबद्ध तरीके से 45,000 शिक्षकों की भर्ती करेगा, जिसका लक्ष्य हर साल 15,000 नियुक्तियां करना है. शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए राज्य ने प्राथमिक शिक्षा के लिए 31,000 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं.
Chief Minister माझी ने New Delhi में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2025 सम्मेलन के बाद सेमीकंडक्टर क्षेत्र में ओडिशा की बढ़ती भूमिका के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि ओडिशा ने हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत चार सेमीकंडक्टर परियोजनाओं में से दो हासिल कर ली हैं.
सम्मेलन के दौरान, सीएम माझी ने 15-20 कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और अध्यक्षों के साथ व्यक्तिगत बैठकें की, जिसके परिणामस्वरूप 15 से अधिक कंपनियों ने ओडिशा में निवेश करने में रुचि दिखाई. दो कंपनियों ने पहले ही राज्य के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.
सीएम माझी ने कहा कि ओडिशा गुजरात के बाद देश का दूसरा सेमीकंडक्टर हब बनने की ओर अग्रसर है और इस सफलता का श्रेय Prime Minister Narendra Modi को जाता है.
जीएसटी काउंसिल के हालिया फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस सुधार से ओडिशा की अर्थव्यवस्था, खासकर केंदू पत्ता और कोयला जैसे उद्योगों को सीधा लाभ होगा, जो राज्य के लिए महत्वपूर्ण हैं.
Chief Minister माझी ने आगे कहा कि इन सुधारों से विकास को बढ़ावा मिलेगा और उद्योगों और आम जनता, दोनों को राहत मिलेगी.
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एकेएस/एएस