लॉस एंजेल्स, 21 नवंबर . कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (यूसी) के लगभग 40,000 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने दो दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है.
अमेरिकन फेडरेशन ऑफ स्टेट ने कहा, “फ्रंटलाइन सर्विस और पेशेंट केयर यूसी कर्मचारी यूसी की सौदेबाजी और अनुचित श्रम प्रथाओं के विरोध में 20 नवंबर और 21 नवंबर को हड़ताल पर हैं.”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, काउंटी और म्यूनिसिपल एम्प्लॉइज (एएफएससीएमई) लोकल 3,299, एक यूनियन है जो यूसी के 10 परिसरों, पांच चिकित्सा केंद्रों, कई क्लीनिकों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं और यूसी हेस्टिंग्स कॉलेज ऑफ लॉ में 35,000 से अधिक सेवा कर्मचारियों, रोगी देखभाल तकनीकी कर्मचारियों, कुशल शिल्प श्रमिकों आदि का प्रतिनिधित्व करती है.
श्रमिक संघ ने एक बयान में कहा कि कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने छात्रों और रोगियों की देखभाल करने वाले कर्मचारियों के पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है.
यूनियन की कार्यकारी निदेशक लिज पर्लमैन ने फेसबुक पोस्ट में कहा, “हमारे सदस्य वे लोग हैं, जिन्हें आप स्पष्ट रूप से नहीं देख पाते, क्योंकि परिसर साफ-सुथरे हैं, भोजन पकाया जाता है, छात्रों का ख्याल रखा जाता है.”
उन्होंने आगे कहा, “हमें भी ध्यान रखने की आवश्यकता है.”
विश्वविद्यालय प्रणाली के एक अन्य श्रमिक संघ, यूनिवर्सिटी प्रोफेशनल एंड टेक्निकल एम्प्लॉइज (यूपीटीई)-सीडब्ल्यूए लोकल 9119 के लगभग 4,000 सदस्य भी हड़ताल में शामिल हुए.
यूसी अधिकारियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि श्रमिक संघ इन मूल्यवान कर्मचारियों को ध्यान में रखते हुए फेयर डील पर पहुंचेंगे, जिससे मरीजों, छात्रों आदि की देखभाल में रुकावट न आए.
यूसी अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में एक बयान में कहा था कि वे एएफएससीएमई की सौदेबाजी से बुनियादी तौर पर असहमत हैं.
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (यूसी) के अधिकारियों ने इस महीने की शुरुआत में एक बयान जारी करते हुए कहा था कि वे एएफएससीएमई के दावों से असहमत हैं.
यूसी अधिकारियों ने कहा, “जनवरी से मई तक, यूसी और एएफएससीएमई टीमों ने 22 बार मुलाकात की और विभिन्न प्रस्तावों पर सामूहिक रूप से चर्चा की.”
”विश्वविद्यालय के प्रस्तावों में श्रमिक संघ के सदस्यों के लिए 700 मिलियन डॉलर की आर्थिक वृद्धि शामिल है तथा श्रमिक संघ द्वारा प्रति घंटे 25 डॉलर न्यूनतम वेतन या सभी कर्मचारियों के लिए 5 प्रतिशत की वृद्धि की मांग शामिल है.”
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एमकेएस/केआर