गाजा के कैथोलिक चर्च पर हमले में 3 की मौत, इजरायल ने जताया खेद; पोप और संयुक्त राष्ट्र ने भी की निंदा

यरुशलम, 18 जुलाई इजरायल ने गाजा के एकमात्र कैथोलिक चर्च पर हुए घातक हमले पर दुख जताया है. इस हमले में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि कम से कम 10 लोग घायल हुए. हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा के एकमात्र कैथोलिक चर्च पर हुए हमले को लेकर इजरायल “गहरा खेद” प्रकट करता है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा कि यह हमला ‘टारगेट भटकने’ के कारण हुआ, जिससे गोला-बारूद होली फैमिली चर्च पर गिरा. उन्होंने कहा, “हर एक मासूम जान का जाना एक त्रासदी है. हम पीड़ित परिवारों और विश्वासियों के दुख में सहभागी हैं.”

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इजरायली विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) इस घटना की जांच कर रहा है, जिसकी परिस्थितियां अभी स्पष्ट नहीं हैं. मंत्रालय ने आगे कहा कि जांच के परिणाम ‘पारदर्शी रूप से’ प्रकाशित किए जाएंगे.

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की एक प्रवक्ता ने बताया, “संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी गाजा में होली फैमिली चर्च पर हुए हमले की निंदा की, जोकि आम नागरिकों के लिए एक शरणस्थली था.”

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की सहयोगी प्रवक्ता स्टेफनी ट्रेंबले ने कहा, “धार्मिक स्थलों पर हमले अस्वीकार्य हैं. शरण चाहने वाले लोगों का सम्मान और सुरक्षा होनी चाहिए, न कि उन पर हमले होने चाहिए.”

उन्होंने कहा, “पहले ही बहुत से लोगों की जान जा चुकी है. महासचिव सभी पक्षों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि नागरिकों का हर समय सम्मान और सुरक्षा हो और गाजा में बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता पहुंच सके.”

स्टेफनी ट्रेंबले ने यह भी कहा कि तत्काल युद्धविराम और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की सख्त जरूरत है.

चर्च पर हमले के बाद पोप लियो 14 ने गाजा में युद्धविराम का अपना आह्वान दोहराया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “गाजा में होली फैमिली कैथोलिक चर्च पर हुए सैन्य हमले में हुई जान-माल की हानि और घायलों के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है. मैं पैरिश समुदाय को अपनी आध्यात्मिक निकटता का आश्वासन देता हूं. मैं मृतकों की आत्माओं को सर्वशक्तिमान ईश्वर की करुणामयी दया के हवाले करता हूं, और उनके परिवारों और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं. मैं तत्काल युद्धविराम की अपनी अपील दोहराता हूं. सिर्फ संवाद और सुलह ही स्थायी शांति सुनिश्चित कर सकते हैं.”

डीसीएच/