छत्तीसगढ़: सुकमा में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी, 22 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

सुकमा, 18 अप्रैल . छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. शुक्रवार को सुकमा के घने जंगलों में चलाए गए एक ऑपरेशन के दौरान 22 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वालों में 9 महिलाएं और 13 पुरुष शामिल हैं.

इस ऑपरेशन में सुकमा डीआईजी ऑफिस, जगदलपुर डीआईजी ऑफिस के साथ-साथ सीआरपीएफ की कई बटालियनों ने हिस्सा लिया. सुरक्षा बलों के इस संयुक्त प्रयास को नक्सलवाद के खिलाफ चल रही मुहिम में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ शासन की ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति’ एवं ‘नियद नेल्ला नार’ योजना से प्रभावित होकर और अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण किया है.

आत्मसमर्पित 1 पुरुष और 1 महिला नक्सली पर 8-8 लाख, 1 पुरुष और 1 महिला नक्सली पर 5-5 लाख, 2 पुरुष और 5 महिलाओं पर 2-2 लाख, 1 पुरुष नक्सली पर 50 हजार, कुल 40 लाख 50 हजार रुपये के ईनाम घोषित हैं.

नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित कराने में जिला बल, डीआरजी सुकमा, रेंज फिल्ड टीम (आरएफटी) कोंटा, सुकमा, सीआरपीएफ 2, 74, 131, 217, 219, 223, 226, 227, 241 एवं कोबरा 203 वाहिनी के आसूचना शाखा के कार्मिकों की विशेष भूमिका रही है.

सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की नई पुनर्वास नीति ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति- 2025’ के तहत प्रत्येक को 50-50 हजार रुपये के मान से प्रोत्साहन राशि और कपड़े दिए गए हैं. इन सभी को अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी.

बता दें कि इससे पहले 8 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें 6 महिला नक्सली भी शामिल थीं. आत्मसमर्पण करने वाले इन नक्सलियों पर कुल 26 लाख रुपये का इनाम घोषित था. छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति और नियद नेल्लानार योजना के तहत नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था.

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