पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी के प्रयास में 20 गिरफ्तार

लखनऊ, 24 अगस्त . उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा के दूसरे दिन शनिवार को राज्य के विभिन्न जिलों में 17 मुकदमे दर्ज किए गए. पुलिस ने 20 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. वहीं चेकिंग के दौरान परीक्षा केंद्रों पर 72 संदिग्धों को चिन्हित किया गया है. हालांकि इन सभी को पेपर देने की छूट दी गई.

परीक्षार्थियों को तीन चरणों की चेकिंग के बाद अंदर प्रवेश दिया जा रहा था. परीक्षा के दूसरे दिन पुलिस ने 17 एफआईआर दर्ज की और 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. इनमें एसटीएफ ने शनिवार को लीक प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के बहाने ठगी के आरोप में अनिरुद्ध मोदनलाल को पकड़ा है. आरोपी टेलीग्राम चैनल बनाकर लोगों को ठग रहा था.

इसके अलावा बोर्ड की ओर से पेपर लीक की अफवाह फैलाने के खिलाफ लखनऊ के हुसैनगंज में एफआईआर दर्ज करायी गयी. परीक्षा के दूसरे दिन शनिवार को 1174 केंद्रों पर 6,57,443 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 25 हजार पुलिसकर्मी और 2300 मजिस्ट्रेट तैनात रहे.

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने बताया कि परीक्षा के दूसरे दिन दो पालियों में 6,57,443 परीक्षार्थियों ने एग्जाम दिया. पहली पाली में 3,21,322 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 4,12,155 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था. इस पाली में 30 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये. हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया.

इसी तरह दूसरी पाली में 3,36,121 अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जबकि 4,12,418 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था. इसी पाली में 42 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये. हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया. उन्होंने बताया कि दोनों पालियों में 68.2 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. वहीं दूसरे दिन भी सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ग्राउंड जीरो पर उतरे. उन्होंने लखनऊ के विवि और नेशनल पीजी कॉलेज का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान सभी व्यवस्था चाक चौबंद मिली.

डीजीपी ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को परीक्षा को पारदर्शी और शुचितापूर्ण संपन्न कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये. वहीं परिवहन निगम की ओर से अभ्यर्थियों को फ्री बस की सुविधा उपलब्ध कराई गई.

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