सोल, 19 फरवरी . दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक योल की ओर से 3 दिसंबर को मार्शल लॉ लागू करने की नाकाम कोशिश में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में 30 सैन्य सेवा सदस्य जांच के घरे में हैं. एक सांसद ने बुधवार को रक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने अब तक 17 जनरलों और 13 फील्ड ग्रेड अधिकारियों को सूचित किया है कि वे यून की अल्पकालिक मार्शल लॉ की घोषणा के संबंध में जांच के दायरे में हैं.
योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी (डीपी) के प्रतिनिधि आह्न ग्यू-बैक को सौंपी गई मंत्रालय की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल पार्क अन-सू, जिन्हें मार्शल लॉ कमांडर नियुक्त किया गया था, सर्वोच्च रैंक वाले सेवा सदस्य हैं और जांच के दायरे में आने वाले एकमात्र चार सितारा जनरल हैं.
इसके अलावा सूची में तीन, दो और एक सितारा जनरल, कर्नल, लेफ्टिनेंट कर्नल, मेजर भी शामिल हैं.
बता दें राष्ट्रपति यून ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया. मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा. हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया.
नेशनल असेंबली राष्ट्रपति यून सुक-योल और उनकी जगह लेने वाले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी है. उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति और कार्यवाहक प्रधानमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
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एसएचके/एमके