मुंबई में बीएमसी स्कूल के 1,600 छात्रों ने देखी फ‍िल्‍म ‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’

मुंबई, 5 फरवरी . ‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ को दर्शकों ने खूब सराहा है. हाल ही में, फिल्म के भारतीय भाषा संस्करणों के पीछे की प्रोडक्शन कंपनी गीक पिक्चर्स ने 5 और 6 फरवरी को फीनिक्स, लोअर परेल, मुंबई में 1,600 बीएमसी स्कूल के छात्रों के लिए विशेष स्क्रीनिंग आयोजित करने का फैसला किया.

स्कूली बच्चों को वाल्मीकि की पौराणिक कथा रामायण से परिचित कराने के प्रयास के रूप में यह पहल की गई है. 5 फरवरी को हुई इस स्क्रीनिंग में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस भी मौजूद थीं. इसके अलावा, गीक पिक्चर्स इंडिया के संस्थापक अर्जुन अग्रवाल भी छात्रों से बातचीत करने के लिए स्क्रीनिंग में मौजूद थे.

स्क्रीनिंग के बारे में बात करते हुए, अर्जुन अग्रवाल ने कहा कि बीएमसी स्कूलों के छात्रों को रामायण की स्क्रीनिंग का अनुभव करते देखना वाकई दिल को छू लेने वाला था. यह महाकाव्य सिर्फ एक कहानी नहीं है, यह हमारी संस्कृति, मूल्यों और इतिहास का एक आधारभूत स्तंभ है. भारत के युवाओं को रामायण से आकर्षक तरीके से परिचित कराना धर्म, साहस और धार्मिकता के शाश्वत पाठों को स्थापित करने में मदद करता है. इस पहल का हिस्सा बनना एक सौभाग्य की बात है, जो यह सुनिश्चित करता है कि अगली पीढ़ी हमारी अविश्वसनीय विरासत से जुड़े.

निप्पॉन रामायण फिल्म्स के बैनर तले वित्तपोषित इस नाटक के मुख्य क्रू में यूगो साको और राम मोहन शामिल हैं. फिल्म का संगीत दिग्गज वनराज भाटिया ने तैयार किया है.

‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ दिवंगत जापानी फिल्म निर्माता यूगो साको के दिमाग की उपज है, जो भारत की अपनी एक यात्रा के दौरान पौराणिक गाथा की ओर आकर्षित हुए थे.

यह फिल्म एक दुर्लभ इंडो-जापानी सहयोग है.

‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ को 24 जनवरी को पहली बार भारत में सिनेमाघरों में रिलीज किया गया. यह फिल्म 15 फरवरी भारतीय संसद में प्रदर्शित की जाएगी.

पीएसके/