महाकुंभ नगर, 2 फरवरी . उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में सोमवार को वसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर पूरे प्रयागराज मंडल के डॉक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यहां आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए महाकुम्भ नगर के साथ ही शहर और मंडल के सभी डॉक्टर सजग रहेंगे.
जानकारी के अनुसार, 1,200 से अधिक मेडिकल स्टाफ महाकुम्भ नगर में पूरी तरह से तैयार हैं. इसके अलावा मेले में ही पूरी मेडिकल फोर्स मुस्तैद रहेगी, जो 6 फरवरी के बाद ही यहां से जाएगी.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 5 फरवरी को महाकुंभ में जाने का कार्यक्रम है.
जरूरत के हिसाब से बैकअप प्लान भी तैयार कर लिया गया है. महाकुम्भ नगर में डॉक्टरों की चार सदस्यीय स्पेशल टीम ने मेले में एक-एक अस्पताल की जांच की. साथ ही मेला क्षेत्र में बने सेक्टर अस्पतालों में दवा के स्टॉक और मशीनें भी चेक की हैं. इसके अलावा स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल और तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय को भी पूरी सजगता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
एसआरएन अस्पताल में 500 स्टाफ को अलर्ट मोड में रखा गया है. पहले के अधिकतर मरीज यहां से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं और 150 बेड रिजर्व रख लिए गए हैं. एसआरएन में 60 रेजिडेंट डॉक्टरों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखा गया है और यहां 30 सीटी स्कैन मशीनें पूरी तरह तैयार हैं, जिससे जरूरत पड़ने पर एमआरआई, अल्ट्रासाउंड समेत सभी जांचें हो सकेंगी.
इसी के साथ 200 यूनिट का ब्लड बैंक भी एसआरएन में तैयार कर लिया गया है. यहां श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध इंतजामों को अलार्म सिस्टम से भी जोड़ गया है.
महाकुंभ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि आपातकालीन सेवाएं विशेष रूप से एंबुलेंस सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. जरूरत पड़ने पर मरीजों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल या तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली अस्पताल) में शिफ्ट किया जाएगा.
मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि 5 फरवरी तक कोई भी डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ अपने ड्यूटी स्थल से नहीं हटेगा. 100 बेड का एक अत्याधुनिक सेंट्रल हॉस्पिटल, 25 बेड के दो सब-सेंट्रल हॉस्पिटल, 20 बेड के आठ सेक्टर हॉस्पिटल और 20 बेड के ही दो संक्रामक रोग हॉस्पिटल भी शामिल हैं. साथ में एक बेड के 10 फर्स्ट एड पोस्ट भी सक्रिय हैं.
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के पीआरओ डॉ. संतोष सिंह के अनुसार, हम पूरी तरह से वसंत पंचमी के अमृत स्नान के लिए तैयार हैं. श्रद्धालुओं को हरसंभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. 200 यूनिट का ब्लड बैंक तैयार है, जिसे अलार्म सिस्टम से जोड़ा गया है. वहीं, आपात स्थिति के लिए 50 से अधिक एंबुलेंस तैयार हैं.
इसके अलावा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें भी चिकित्सा सहायता में सहयोग कर रही हैं. स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है, ताकि वे तुरंत सेवा के लिए उपलब्ध रह सकें. सभी कर्मचारियों को अस्पताल परिसर में ही रहने का निर्देश दिया गया है.
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विकेटी/एकेजे