हैदराबाद, 26 अप्रैल . तेलंगाना का मल्काजगिरी देश का सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र है. यहां नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों की संख्या सबसे अधिक है. इस निर्वाचन क्षेत्र में 114 उम्मीदवार मैदान में हैं.
चुनाव आयोग के अनुसार राज्य के सभी 17 निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 895 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया. गुरुवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था, जिसमें 348 उम्मीदवारों ने अपना पर्चा दाखिल किया, इसमें से ज्यादातर निर्दलीय थे.
सभी निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 1,488 नामांकन दाखिल किए गए, जिनमें से कई उम्मीदवारों ने कई सेट दाखिल किए.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने कहा कि नामांकन की जांच शुक्रवार को की गई. 29 अप्रैल को उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख है जबकि मतदान 13 मई को होगा.
मल्काजगिरी में आखिरी दिन 63 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया, जिससे कुल उम्मीदवारों की संख्या 114 हो गई.
चेवेल्ला जो कि हैदराबाद और आसपास के जिलों के बाहरी इलाके में विधानसभा क्षेत्रों में फैला हुआ है, वहां 66 प्रतियोगियों की संख्या दूसरे स्थान पर है. यहां कुल 88 नामांकन दाखिल किए गए थे.
पेद्दापल्ली में 63 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया जबकि भोंगिर में यह संख्या 61 है. वारंगल और हैदराबाद में क्रमशः 58 और 57 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया. सिकंदराबाद निर्वाचन क्षेत्र में भी 57 उम्मीदवारों ने नामांकन दर्ज किया.
आदिलाबाद में सबसे कम उम्मीदवारों (23) ने नामांकन दाखिल किया. महबूबनगर और निजामाबाद में 42-42 प्रतियोगियों ने अपना नामांकन दाखिल किया.
अधिकांश उम्मीदवार निर्दलीय या छोटी पार्टियों से हैं. लगभग सभी निर्वाचन क्षेत्रों में सत्तारूढ़ कांग्रेस, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है.
2019 में बीआरएस को नौ सीटें मिली थीं जबकि बीजेपी ने चार सीटें जीती थीं. कांग्रेस के उम्मीदवार तीन निर्वाचन क्षेत्रों से चुने गए. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने एकमात्र सीट (हैदराबाद) बरकरार रखी थी.
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एमकेएस/