नई दिल्ली, 2 दिसंबर . प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती. कुछ बच्चे अपनी असाधारण प्रतिभा से बड़े-बड़ों को चकित कर देते हैं. ऐसे ही एक असाधारण प्रतिभा के धनी हैं इंडियन-ब्रिटिश कृष अरोड़ा. मात्र 10 साल की आयु के इस बच्चे ने 162 आईक्यू स्कोर हासिल कर सभी को चौंका दिया है. तेज आईक्यू के मामले में अभी तक अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग का उदाहरण दिया जाता था. लेकिन कृष अरोड़ा ने उन दोनों को भी पीछे छोड़ दिया है.
मात्र 10 साल की आयु में ही कृष अरोड़ा का दिमाग दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों से भी तेज चलता है. छोटी सी आयु में ही कृष अरोड़ा मैथ, चेस और पियानो में महारत हासिल कर चुके हैं. वह वेस्ट लंदन के हाउंस्लो में रहते हैं. कृष का सपना मेंसा में शामिल होना और मैथ्स में करियर बनाना है. इंग्लैंड की मीडिया में जारी खबरों के मुताबिक, कृष अरोड़ा का आईक्यू स्कोर उन्हें दुनिया के सबसे बुद्धिमान लोगों में टॉप 1 प्रतिशत में रखता है.
ब्रिटेन की मीडिया आउटलेट मेट्रो के अनुसार, कृष के माता-पिता मौली और निशाल इंजीनियर हैं. उन्होंने बताया कि कृष सिर्फ मैथ और चेस पर ही नहीं, बल्कि लगभग हर विषय और एक्टिविटी में बहुत आगे हैं. कृष ने सिर्फ चार साल की आयु में बिना किसी कठिनाई के पढ़ना शुरू कर दिया था. इसके अलावा वह मैथ्स की जटिल गणनाओं को आसानी से हल कर दिया करता था. भाषा पर पकड़ के मामले में भी वह अपनी हमउम्र के बच्चों से बहुत आगे था.
कृष अरोड़ा की पढ़ाई के अलावा चेस में भी गहरी रुचि है. मात्र चार माह के अभ्यास के बाद ही कृष ने अपने कोच को ही हरा दिया था. अपनी आयु के बच्चों को तो पलक झपकते ही मात दे देते हैं. खेल के अलावा कृष को संगीत भी पसंद है. वह पियानो बजाने में माहिर हैंं. सिर्फ 1.5 साल में ही उन्हें ग्रेड 8 का सर्टिफिकेट मिल चुका है. पियानोवादक के तौर पर कृष को कई पुरस्कार भी मिल चुका है. उन्हें ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक के ‘हॉल ऑफ फेम’ में भी शामिल किया गया है. उनकी असाधारण प्रतिभा को देखते हुए उन्हें मेंसा में शामिल किया गया है.
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