खार्तूम, 22 अक्टूबर . सूडान में अर्धसैनिक बलों के हमले में 10 लोगों की मौत हो गई है. एक स्थानीय गैर-सरकारी समूह ने बताया कि मध्य सूडान के शहरों और गांवों पर अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) ने हमला किया था, जिसमें 10 से अधिक लोग मारे गए हैं.
गैर-सरकारी प्रतिरोध समिति ने सोमवार को एक बयान में कहा, कल (रविवार) और आज (सोमवार) बड़ी संख्या में जनजवीद मिलिशिया ने गेजीरा राज्य के पूर्वी क्षेत्र पर हमला किया और तंबौल और रुफा शहरों के साथ-साथ कई गांवों में बड़े पैमाने पर नरसंहार किए.
गीजीरा राज्य की राजधानी वाड मदनी में एक गैर-सरकारी प्रतिरोध समिति ने सोमवार को बयान में कहा, “रविवार और सोमवार को बड़ी संख्या में मिलिशिया ने गीजीरा राज्य के पूर्वी क्षेत्र पर हमला किया और तंबौल तथा रुफा शहरों के साथ-साथ कई गांवों में नरसंहार किया.”
समिति ने कहा, “मिलिशिया ने 10 से अधिक लोगों की हत्या की और इस नरसंहार में कई लोग घायल हो गए.”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मध्य सूडान में आरएसएफ कमांडर अबू अकला कीकेल द्वारा अपनी सेना के साथ सूडान के सशस्त्र बलों (एसएएफ) के सामने सरेंडर करने के बाद सूडानी सशस्त्र बलों ने तंबौल शहर पर नियंत्रण कर लिया है.
हालांकि, रुफा शहर में प्रतिरोध समितियों ने सोमवार को एक बयान में कहा कि रविवार शाम को आरएसएफ यूनिटों ने शहर पर जवाबी हमला किया था. समिति ने तंबौल और अन्य पूर्वी गीजीरा गांवों पर आरएसएफ हमलों को प्रतिशोध अभियान बताया है.
वहीं, इस घटना को लेकर अर्धसैनिक बलों ने अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है.
सूडान के सशस्त्र बलों के वाड मदनी से हटने के बाद दिसंबर 2023 में आरएसएफ ने गीजीरा पर नियंत्रण हासिल कर लिया था.
ज्ञात हो कि सूडान अप्रैल 2023 के मध्य से एसएएफ और आरएसएफ के बीच चल रहे युद्ध के कारण तबाह हो गया है. 14 अक्टूबर को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, सूडान में इस संघर्ष से अब तक 24,850 से अधिक लोगों की मौत हुई है.
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एफएम/केआर