पुरी, 4 फरवरी . चंद्रभागा पवित्र डुबकी का आयोजन बहुत धूमधाम से किया गया. इसमें लगभग 1.5 लाख श्रद्धालुओं ने भाग लिया. यह कार्यक्रम कोणार्क के पवित्र अर्क क्षेत्र में संपन्न हुआ, जहां दिव्य ऊर्जा का माहौल था और हजारों लोग आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए एकत्र हुए.
पुरी और भुवनेश्वर के प्रसिद्ध राधाबल्लव मठ ने इस अवसर पर चंद्रभागा तट पर कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए.
इनमें संतों का समागम, आध्यात्मिक प्रवचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल थे. कार्यक्रम में पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर के सेवकों और ओडिशा से लेकर अन्य राज्यों के संतों और भक्तों की उपस्थिति देखी गई.
इस भव्य आयोजन का नेतृत्व राधाबल्लव मठ के महंत श्री रामकृष्ण दास महाराज ने किया. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भुवनेश्वर स्थित नृत्य प्रतिभा संस्थान द्वारा प्रस्तुत ओडिसी नृत्य और ‘कांची अभियान’ नृत्य नाटक था, जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया.
माघ सप्तमी अनुष्ठान के तहत, देवताओं त्रिवेणेश्वर, ऐशनेश्वर और दक्षिणेश्वर महादेव को तीन रथों में बिठाकर चंद्रभागा तीर्थ ले जाया गया. इस दौरान पवित्र स्नान और संतों द्वारा औपचारिक बुद्ध अनुष्ठान हुआ. पवित्र स्नान के बाद संतों और सेवकों ने भव्य आरती का आयोजन किया, जिससे माहौल और भी आध्यात्मिक हो गया.
साथ ही एक समानांतर जुलूस में तीनों देवताओं को कोणार्क से रथों में बिठाकर चंद्रभागा तीर्थ लाया गया. यहां देवताओं को पवित्र जल से स्नान कराया गया और महाआरती की गई. इस कार्यक्रम में पारंपरिक होम यज्ञ अनुष्ठान भी किए गए और चंद्रभागा पवित्र स्नान का पालन हुआ.
यह भव्य आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव बना और ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाया.
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एसएचके/