तिरुवनंतपुरम, 17 जून . केरल में युवा कांग्रेस ने माकपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक केके लथिका के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट शेयर करने पर सोमवार को राज्य पुलिस प्रमुख के समक्ष शिकायत दर्ज कराई.
मामला प्रकाश में आने पर रविवार को लथिका के सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट को हटा लिया गया.
केके लथिका माकपा की केरल इकाई की राज्य समिति की सदस्य हैं, जबकि उनके पति पी मोहनन राज्य समिति के सदस्य होने के अलावा पार्टी के कोझिकोड जिला सचिव भी हैं.
इस पोस्ट ने वडकारा में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था. चुनाव में पार्टी की वरिष्ठ विधायक और राज्य की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा का मुकाबला कांग्रेस के युवा विधायक शफी परमबिल से था. परमबिल युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं.
कहा जा रहा है कि इस विवादास्पद पोस्ट के पीछे इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी) की छात्र शाखा मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन का हाथ है. इस पोस्ट में एमएसएफ के जिला सचिव पी मुहम्मद खासिम के हवाले से लिखा गया, “शफी एक पवित्र युवक है, जो दिन में पांच बार नमाज पढ़ता है और दूसरा एक गैर-मुस्लिम (काफिर) महिला उम्मीदवार है. हमें किसे वोट देना चाहिए…आइए सोचें.”
सीपीआई(एम) के नेतृत्व वाले वाम दलों ने चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया था. मामले की जांच के बाद पुलिस ने हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की, इसमें खासिम को क्लीन चिट दे दी गई.
अभी तक किसी को नहीं पता कि यह विवादित पोस्ट किसने डाली.
यूडीएफ द्वारा समर्थित विधायक केके रेमा, जिनके पति टीपी चंद्रशेखरन की 2012 में सीपीआई(एम) कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी थी, ने सोमवार को कहा कि शैलजा को पार्टी ने बलि का बकरा बनाया है.
केके रेमा ने कहा, “लथिका को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.”
लथिका की हरकत सार्वजनिक होने के बाद, विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने सोमवार को कहा कि पुलिस और सरकार को अब उचित कार्रवाई करनी चाहिए.
–
/