लखनऊ, 9 जुलाई . छांगुर बाबा धर्मांतरण केस में ईडी ने प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है. अब इस मामले की जांच ईडी केरेगी और इस केस से जुड़ें आरोपियों से भी पूछताछ की जाएगी. धर्मांतरण के विदेशी कनेक्शन और मनी ट्रेल की भी जांच होगी.
जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा मामले में अब ईडी की एंट्री हो गई है. ईडी ने धर्मांतरण केस में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है. ईडी और ईडी लखनऊ यूनिट कल शाम धर्मांतरण मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करेगी. बहुत जल्द ईडी केस से जुड़े आरोपियों से भी पूछताछ करेगी.
धर्मांतरण के विदेशी कनेक्शन और मनी ट्रेन की भी जांच की जा रही है. लगभग 100 करोड़ रुपये बाबा को फंडिंग के रूप में हासिल हुए ताकि धर्मांतरण में इन पैसों का इस्तेमाल किया जा सके.
बता दें, छांगुर बाबा के निवास पर बुलडोजर चला था. ये वो जगह थी जहां पर बताया जा रहा है कि धर्मांतरण का काम किया जाता था. लड़कियों को लाया जाता था और धर्मांतरण का पूरा प्रोसेस इसी जगह पर होता था. यहां पर अब बुलडोजर एक्शन हो चुका है. बुलडोजर एक्शन से पहले नोटिस भेजा गया था. उसके बाद बुलडोजर कार्रवाई की गई.
ईडी अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की भी जांच करेगी. छांगुर बाबा की कोठी में 18 कमरे थे और आयातित वस्तुएं इसमें पाई गईं. साथ ही विदेशी नस्ल के कुत्ते, घोड़े के लिए अस्तबल था, सोलर पावर हाउस भी मिले थे. 15 फीट ऊंची दीवार वाली इस जगह को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया. यहां पर हर किसी को एंट्री नहीं मिल सकती थी.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने दावा किया था कि जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को धर्मांतरण के जरिए 100 करोड़ से ज्यादा की फंडिंग मिली थी और उसके पास कई आलीशान कोठियां भी थी. न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि पुणे में भी. अब ईडी ने इस मामले में केस दर्ज किया है.
ईडी ने तमाम दस्तावेज और केस फाइलें उत्तर प्रदेश पुलिस से ली हैं और केस दर्ज करने के बाद अब ईडी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके करीबी लोगों से पूछताछ करेगी कि कहां-कहां से फंडिंग मिली और कहां-कहां इस्तेमाल हुई.
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वीकेयू/एएस