मलेरिया से निपटने में डब्ल्यूएचओ द्वारा सुझाए गए स्पेसियल रेपेलेंट्स प्रभावी: अध्ययन

New Delhi, 27 अगस्त . एक हालिया अध्ययन में पता चला है कि ‘स्थानिक विकर्षक’ ( स्पेसियल रेपेलेंट्स) नामक उपकरण मच्छरों के काटने से बचा सकते हैं और मलेरिया जैसी बीमारियों से महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करते हैं. ये उपकरण हवा में रसायन छोड़ते हैं, जिससे मच्छर इंसानों को काट नहीं पाते. इन्हें ‘स्थानिक उत्सर्जक’ भी … Read more

नया अध्ययन: डायबिटीज के मरीजों के लिए स्तन कैंसर हो सकता है ज्यादा खतरनाक

New Delhi, 27 अगस्त . एक नए अध्ययन से पता चला है कि मोटापे से जुड़े टाइप 2 डायबिटीज (मधुमेह) के मरीजों के लिए स्तन कैंसर और भी खतरनाक हो सकता है. अमेरिका में बोस्टन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक खून में मौजूद छोटे कण (जिन्हें एक्सोसोम के नाम से जाना जाता है) डायबिटीज में … Read more

हृदय रोगियों के लिए कोविड, फ्लू और निमोनिया की वैक्सीन जरूरी : एसीसी की नई गाइडलाइन

New Delhi, 27 अगस्त . हृदय रोग से पीड़ित वयस्कों को कोविड-19, इन्फ्लूएंजा (फ्लू), रेस्पिरेटरी सिन्सिटियल वायरस (आरएसवी), निमोनिया और हर्पीज जोस्टर (शिंगल्स) जैसे रोगों के खिलाफ टीकाकरण करवाना जरूरी है. यह सिफारिश अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी (एसीसी) ने अपनी नई गाइडलाइन में दी है. इस दस्तावेज में प्रत्येक टीके के लिए वैज्ञानिक साक्ष्य और … Read more

एंटीबायोटिक प्रतिरोध को चुपचाप बढ़ा रहे हैं आइबूप्रोफेन और एसिटामिनोफेन: अध्ययन

New Delhi, 27 अगस्त . लोग बुखार और दर्द में आमतौर पर आइबूप्रोफेन और एसिटामिनोफेन जैसी दवाएं खा लेते हैं. आम क्लीनिक पर भी इन्हें बड़ी तादाद में मरीजों को दिया जाता है. मगर एक नए अध्ययन में पता चला है कि आम दर्द कम करने वाली दवाएं, जैसे आइबूप्रोफेन और एसिटामिनोफेन, शरीर में एंटीबायोटिक … Read more

दुनिया भर में 2.1 अरब लोगों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध नहीं : संयुक्त राष्ट्र

जिनेवा, 26 अगस्त . विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूनिसेफ की एक ताजा संयुक्त रिपोर्ट ने साफ किया है कि आज भी दुनिया में लगभग 2.1 अरब लोग, यानी हर चार में से एक व्यक्ति, सुरक्षित पेयजल तक पहुंच से वंचित है. ‘विश्व जल सप्ताह 2025’ के दौरान जारी इस रिपोर्ट के अनुसार, करीब 10.6 … Read more

डिजिटल पीयर-बेस्ड सहयोग: प्रसव के बाद होने वाले अवसाद से निपटने की होगी जांच

New Delhi, 26 अगस्त . भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तहत राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य एवं डेटा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एनआईआरडीएचडीएस) ने एक बड़ा अध्ययन शुरू करने की तैयारी की है.  इसका मकसद यह जानना है कि डिजिटल सहकर्मी-आधारित (पीयर-बेस्ड) हस्तक्षेप महिलाओं को प्रसव के बाद होने वाले अवसाद यानी पोस्टपार्टम डिप्रेशन से निपटने में … Read more

आईआईटी मद्रास ने बनाया नया उपकरण, एंटीबायोटिक प्रतिरोध का तेजी से करेगा परीक्षण

New Delhi, 25 अगस्त . आईआईटी मद्रास के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा नया और सस्ता उपकरण बनाया है, जो सिर्फ 3 घंटे में यह बता सकता है कि कोई बैक्टीरिया (जीवाणु) दवाओं से मर जाएगा या उन पर दवा का असर नहीं होगा. इस उपकरण को “लैब-ऑन-चिप” कहा गया है. इसमें खास तरह के छोटे-छोटे … Read more

टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग तरह से प्रभावित करती है : अध्ययन

New Delhi, 25 अगस्त . एक नए अध्ययन में सामने आया है कि टाइप 1 (टी1डी) और टाइप 2 (टी2डी) डायबिटीज दोनों ही हृदय रोग और मौत का खतरा बढ़ाते हैं, लेकिन इसका असर पुरुषों और महिलाओं में अलग-अलग तरीके से होता है. डॉक्टरों का कहना है कि दिल की बीमारी (हृदय रोग) दुनिया में … Read more

कैंसर और आवश्यक दवाओं पर जीएसटी में कटौती का जीएसटी परिषद का फैसला ‘सराहनीय’: आईएमए

New Delhi, 25 अगस्त . इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने Monday को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) परिषद द्वारा कैंसर से संबंधित और अन्य आवश्यक दवाओं पर GST में कटौती का फैसला एक सराहनीय कदम है. एक बयान में, आईएमए ने कहा कि इस कदम से देश भर के लाखों मरीजों के लिए … Read more

आईवीएफ से जुड़ी नई रिसर्च : 35 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए बड़ी उम्मीद

New Delhi, 25 अगस्त . आईवीएफ से जुड़ी एक बड़ी रिसर्च सामने आई है. लंदन के किंग्स कॉलेज के वैज्ञानिकों ने एक खास रिसर्च की है, जिसमें यह पाया गया है कि अगर आईवीएफ (आईवीएफ) से बच्चे की चाह रखने वाली 35 से 42 साल की महिलाएं भ्रूण का आनुवंशिक परीक्षण (पीजीटी-ए) करवाती हैं, तो … Read more