भोपाल (Bhopal) . प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में निवास करने वाली करीब पैतालीस सौ गैस पीड़ित वृद्घ विधवा महिलाएं शुक्रवार (Friday) से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गई है. ये विधवा महिलाएं विगत आठ महीने से बंद 1000 रुपये की पेंशन को लेकर नाराज हैं. हड़ताल के तहत हर रोज अलग-अलग महिलाएं अपने-अपने घरों के सामने बैठकर विरेाध दर्ज कराएंगी. कोरोना संक्रमण को देखते भीड़ एकत्रित न हो और विरोध भी दर्ज कराया जा सके, इसलिए इस तरह हड़ताल की जाएगी. यह निर्णय कल नीलम पार्क में हुई बैठक में लिया गया था. वृद्घ विधवा महिलाएं तीन चरणों में हड़ताल करेंगी.
गैस पीड़ित निराश्रित पेंशन भोगी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बालकृष्ण नामदेव ने बताया कि पहले चरण में दो दिन विरोध दर्ज कराएंगे और देखेंगे कि सरकार (Government) पेंशन चालू कराने को लेकर क्या निर्णय लेती है. दूसरे चरण में भूख हड़ताल की जाएगी. तब भी पेंशन नहीं मिली तो तीसरे चरण में महिलाएं आमरण अनशन पर बैठ जाएंगी. केंद्र व राज्य सरकार (Government) के पास हर बात के लिए बजट है पर जरूरतमंदों के लिए कुछ नहीं है. यह बहुत निराशाजनक है. वृद्घ विधवा महिलाओं को दिसंबर 2019 से पेंशन नहीं मिल रही है. वृद्घ महिलाओं का कहना है कि उनके सामने रोजी रोटी का संकट है पर सरकार (Government) कोई चिंता नहीं कर रही है. यह असंवेदनशीलता है.