-स्मार्टफोन इंडस्ट्री को तगड़ा झटका देने वाले आंकड़े जारी
नई दिल्ली . चाइनीज सरकार ने अपनी स्मार्टफोन इंडस्ट्री को तगड़ा झटका देने वाले आंकड़े जारी किए है. आंकड़ों के मुताबिक, साल 2019 के मुकाबले 2020 में घरेलू स्मार्टफोन शिपमेंट में 20.4 फीसदी की कमी दर्ज की गई. सरकारी थिंक टैंक चाइना एकेडमी ऑफ इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशंस के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना संकट के बीच 2020 में उपभोक्ताओं को 29.6 करोड़ मोबाइल हैंडसेट की डिलिवरी की गई, जो 2019 में 37.2 करोड़ स्मार्टफोन थी.
सीएआईसीटी के मुताबिक, 2020 की पहली छमाही के के दौरान ओप्पो, वीवो और शियोमी कॉर्प के शिपमेंट में कमी दर्ज की गई. हालांकि, हुवावे की बाजार हिस्सेदारी में इस दौरान भी वृद्धि हुई. थिंक टैंक के मुताबिक, कोरोना संकट को देखते हुए लोग अब अपने पुराने हैंडसेट को लंबे समय तक इस्तेमाल कर बचत करने पर भरोसा दिखा रहे हैं. वहीं, सप्लाई चेन और मांग की दिक्कतों के कारण भी शिपमेंट में कमी आई है. सीएआईसीटी ने बताया कि 2019 में भी 2018 के मुकाबले स्मार्टफोन शिपमेंट में 4 फीसदी कमी आई थी. थिंक टैंक ने कहा कि 2020 की शुरुआत में हैंडसेट वेंडर्स को नए स्मार्टफोन की बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद थी. एप्पल ने अपना पहला 5जी हैंडसेट चीन के बाजारों में उतारा. स्थानीय विशेषज्ञों ने इस हैंडसेट की जमकर आलोचना की, लेकिन एप्पल यूजर्स ने इसे हाथों-हाथ लिया. उन्होंने नया फोन खरीदकर खुद को अपडेट किया. एप्पल ने दिसंबर 2020 के दौरान चीन के उपभोक्ताओं को 2.52 करोड़ स्मार्टफोन बेचे. सीएआईसीटी के मुताबिक, एप्पल के स्मार्टफोन की बिक्री भी चीन में साल-दर-साल आधार पर घटी है. चीन में 2020 के दौरान एप्पल के स्मार्टफोन की बिक्री में 12.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
दरअसल, 2020 की शुरुआत में देश में 5जी नेटवर्क का तेजी से प्रसार हो रहा था. हालांकि, साल की पहली छमाही में ज्यादातर बड़े ब्रांड्स के शिपमेंट में गिरावट दर्ज की गई. फिर भी चीन के हाईइंड स्मार्टफोन की बाजार हिस्सेदारी बढ़ती रही. दूसरी छमाही में अमेरिका ने हुवावे पर प्रतिबंध लगा दिया और उसकी बिक्री की रफ्तार घट गई. इस दौरान ओप्पो, वीवो और शियोमी ने हुवावे की बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करने के लिए प्रोडक्शन बढ़ा दिया. वहीं, भारत के साथ गलवान ववदिद का असर भी चीनी उत्पादों के खिलाफ देखा गया जिसका असर भी चाइनीज स्मार्टफोन की बिक्री पर पड़ा.