भोपाल (Bhopal) . प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीज इंदौर (Indore) में मिल रहे हैं. दूसरे नंबर पर भोपाल (Bhopal) है. प्रदेश हर दिन जितने मरीज मिल रहे हैं उनके आधे इंदौर (Indore) और भोपाल (Bhopal) में मिलाकर हैं. स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से जांच कराने वालों की संख्या भी भोपाल (Bhopal) में बढ़ी है.
हफ्ते भर पहले तक हर दिन करीब 13 हजार जांचें पूरे प्रदेश में की जा रही थीं. अब रोज जांचों की संख्या 16 हजार के नजदीक पहुंच गई है. भोपाल (Bhopal) में शुक्रवार (Friday) को कोरोना के 125 मरीज मिले हैं. करीब महीने भर बाद ऐसी स्थिति बनी है, जब एक दिन में सौ से ज्यादा मरीज मिले हैं. 22 जनवरी को 101 मरीज मिले थे. इसके बाद से मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही थी. 29 जनवरी को शहर में सिर्फ 28 मरीज मिले थे. इसके बाद से मरीजों की संख्या बढ़ने लगी थी.
भोपाल (Bhopal) के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शुक्रवार (Friday) को 1992 सैंपलों की जांच में इतने मरीज मिले हैं. पांच फरवरी को 34 और चार फरवरी को 38 मरीज मिले थे. हफ्ते भर से मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. हर दिन 50 से ज्यादा मरीज मिल रहे थे. इस बारे में छाती व श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. पीएन अग्रवाल का कहना है कि इन दिनों मरीज बढ़ने की कई वजह हैं. एक तो लोगों ने मास्क लगाना और शारीरिक दूरी रखना कम कर दिया है. दूसरा मौसम में बदलाव हो रहा है. यह मौसम स्वाइन फ्लू और कोरोना दोनों के वायरस के लिए अनुकूल है. तीसरी बात यह भी हो सकती है वायरस के स्ट्रेन (जीन की संरचना) में कोई बदलाव आया हो.